करौँदीकला ब्लाक प्रमुख कुर्सी पर लगा ग्रहण, हाईकोर्ट ने चार सप्ताह के भीतर क्षेत्र पंचायत सदस्यों के इस्तीफे पर विचार करने का दिया निर्देश....
विकास खण्ड करौँदीकला की सियासत में बड़ा भूचाल आने के आसार दिखने लगे हैँ। भाजपाई खेमे में दिग्गजों पर संकट के बादल उमड़ने लगे हैँ। एक तरफ ढाई वर्ष पूर्व करौँदीकला ब्लाक प्रमुख भाजपा का दामन थाम कुर्सी हथियाने में सफल रहे तो दूसरी तरफ़ अपनी ही पार्टी में शामिल क्षेत्र पंचायत सदस्यों के भारी विरोध के चलते हाईकोर्ट तक तलब होना पड़ा।
करौदीकला/सुल्तानपुर
विदित रहे कि पिछले माह क्षेत्र पंचायत की बैठक के दौरान भारी गहमागहमी के बीच क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने ब्लाक प्रमुख पर भ्रष्टाचार व उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सामूहिक इस्तीफ़ा खण्ड विकास अधिकारी को सौंप दिया था। खण्ड विकास अधिकारी द्वारा कतिपय कारणों से सदस्यों का इस्तीफ़ा नामंजूर कर दिया गया था। शासन के दबाव में एकतरफा कार्यवाही से आहत 36 क्षेत्र पंचायत सदस्यों का एक बड़ा खेड़ा ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अपना इस्तीफ़ा कोर्ट को सौंप दिया। मामले में संज्ञान लेते हुए न्यायमूर्ति मनीष कुमार एवं न्यायमूर्ति विवेक चौधरी की डबल पीठ ने सुनवाई करते हुए खंड विकास अधिकारी करौँदी कला को नामित कर चार सप्ताह के भीतर क़ानून के अनुसार क्षेत्र पंचायत सदस्यों के इस्तीफे पर निर्णय लेने का निर्देश दिया है। याचिका पक्ष के तरफ से विद्वान अधिवक्ता अनिल कुमार यादव ने अपना पक्ष रखा।
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