Skip to main content

राष्ट्रीय एकता दिवस: सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है ...

राष्ट्रीय ऐक्य दिवस प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को भारत में मनाया जाता है।[1] इस दिवस को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है, जिनकी भारत के राजनीतिक एकीकरण में प्रमुख भूमिका थी।[2] इस दिन का आरम्भ भारत सरकार द्वारा सन् 2014 में किया गया था।

* राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है

* भारत में वर्ष 2014 में पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया

* भारत की गणना विश्व के सबसे बड़े देशों में से एक के रूप में की जाती है जो कि पूरे विश्व में दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जहाँ 1652 के आसपास भाषाऍ और बोलियाँ बोली जाती है

* यह देश दुनिया के सभी प्रमुख धर्मों को जैसे हिंदू, बौद्ध, ईसाई, जैन, इस्लाम, सिख और पारसी धर्मों को विभिन्न संस्कृति, खानपान की आदतों, परंपराओं, पोशाकों और सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ शामिल करता है

* यह जलवायु में काफी अन्तर के साथ एक विविधतापूर्ण देश है

* देश में प्रमुख भिन्नता होने के बाद भी, इसका प्रत्येक भाग एक ही संविधान द्वारा बहुत शांति के साथ नियंत्रित है

* स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद क़रीब 500 से भी ज़्यादा देसी रियासतों का एकीकरण सबसे बड़ी समस्या थी

* भारत के तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारतीय संघ में उन रियासतों का विलय किया था

Durga Pooja Visarjan Part 1...

* एकता में सबसे बड़ा बाधक स्वहित हैं आज के समय में स्वहित ही सर्वोपरि हो गया हैभारत के गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय ऐक्य दिवस के लिए आधिकारिक कथन में कहा गया है कि राष्ट्रीय ऐक्य दिवस "हमारे देश की ऐक्य, आखण्ड्य और सुरक्षा हेतु वास्तविक और सम्भावित संकटों का सामना करने हेतु हमारे राष्ट्र की अन्तर्निहित शक्ति और सहिष्णुता की फिर से पुष्टि करने का अवसर प्रदान करेगा।"[3]

Durga Pooja Visarjan Part 2...

इस दिन सरकारी कार्यालयों में यह शपथ पढ़ी जाती है:[4]

मैं सत्यनिष्ठ शपथ लेता हूँ कि मैं देश की ऐक्य, आखण्ड्य और सुरक्षा को बनाए रखने हेतु स्वयं को समर्पित करता हूँ और इस सन्देश को अपने देशवासियों के बीच फैलाने हेतु भी अटल प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की ऐक्य भावना से लेता हूँ जो सरदार वल्लभभाई पटेल की दूरदृष्टि और कर्मों से सम्भव हुआ है। मैं अपने देश की आन्तरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु अपना योगदान देने का भी दृढ़ संकल्प लेता हूँ।

Durga Pooja Visarjan 2023 Part 3: 

31 अक्टूबर को राष्ट्रीय संकल्प दिवस के रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि यह इंदिरा गांधी की हत्या का दिन है।[5] कई विद्यालय और कॉलेज, विशेष रूप से कांग्रेस द्वारा संचालित राज्यों में, इंदिरा गांधी की स्मृति में समागमन और कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

शिक्षिका का अश्लील Video वायरल, अभिभावकों में आक्रोश

  एक शिक्षिका ने फेमस होने और अपने फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए ऐसी हरकत कर डाली जिससे हंगामा मच गया. महिला टीचर ने अपने ही अश्लील वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर शेयर कर दिए. देखते ही देखते उसकी रील्स वायरल हो गईं. जिस स्कूल में महिला टीचर पढ़ाती है, वहां पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों को जब इसका पता चला तो उन्होंने इस पर आपत्ति जताई. साथ ही महिला टीचर को स्कूल से निकाल देने की मांग की है. पूरा मामला इटावा के इकदिल नगर पंचायत के एक गांव में स्थित प्राइमरी स्कूल का है. महिला शिक्षिका को रील्स बनाने का बहुत शौक है. वह चाहती थी कि ज्यादा से ज्यादा लोग उसे इंस्टाग्राम पर फॉलो करें. इसके लिए उसने खुद के अश्लील वीडियो बनाए और वहां पोस्ट कर दिए. महिला को लगा कि इससे उसके फॉलोअलर्स बढ़ जाएंगे. लेकिन हुआ इसके उलट. उसके स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के परिजनों को इसका पता चल गया. फिर उन्होंने जमकर हंगामा किया. LIVE : G20Summit on PM Modi ग्रामीणों का कहना है कि हमारे बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं. उन पर महिला शिक्षक की इस हरकत का क्या असर पड़ेगा? इसलिए बेहतर होगा कि टीचर को स्कूल से निकाल दिया जाए. वह...

शादी का जश्न, रिसेप्शन की तैयारी और सुहागरात को मौत हैरान कर देगी प्रदीप और शिवानी की यह कहानी...

अयोध्या में एक शादी होती है. दूल्हा पूरी बारात के साथ दुल्हन को लेकर वापस घर लौट आता है. घर में जश्न का माहौल था. पूजा हो रही थी. अगले दिन रिसेप्शन था. लिहाजा, तैयारियां जोरो पर थीं. देर शाम तक घर में गीतों का कार्यक्रम चलता रहा. फिर सब अगले दिन की तैयारी में जल्द सो गए. अगली सुबह घरवाले सोकर उठे और रिसेप्शन की तैयारी में जुट गई. लेकिन दूल्हा और दुल्हन के कमरे का दरवाजा नहीं खुला. घरवालों ने आवाज़ दी. दरवाजा कई बार खटखटाया. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. फिर कमरे का दरवाजा तोड़ा गया और कमरे का अंदर का मंजर देखकर सबके होश उड़ गए. शादी के बाद घर लौटी बारात अयोध्या के रहने वाले प्रदीप की शुक्रवार 7 मार्च को शादी थी. प्रदीप धूमधाम से अपनी बारात लेकर अपने घर शहादतगंज से डीलीसरैया 7 मार्च की शाम पहुंचा था. रात बारात वहीं ठहरी थी. इसके बाद अगली सुबह शनिवार 8 मार्च को 11 बजे दुल्हन शिवानी की विदाई होती है. लगभग दो घंटे का सफर तय कर प्रदीप अपनी दुल्हन को दोपहर एक बजे लेकर घर पहुंचता है. रिसेप्शन की तैयारी घर पर धूमधाम से दुल्हन का स्वागत होता है. फिर शाम 7 बजे घर में ही पूजा होती है. चूंकि दुल्हन ...

‘हमारी सरकार आने दो, तुम्हारा गला काट मस्जिद में रखेंगे’

 ‘हमारी सरकार आने दो, तुम्हारा गला काट मस्जिद में रखेंगे’ : सुल्तानपुर में माजिद, अनस, कैफ ने 40-50 की भीड़ संग किया हिंदू युवकों पर हमला, दावा- हाथ में थी तलवार उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मुस्लिम भीड़ पर हिन्दुओं पर हमला करने का आरोप लगा है। हिन्दुओं ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम भीड़ उन पर तलवार और बाँका लेकर हमला करने आई थी। इस हमले में दो हिन्दू युवक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। विवाद एक युवक के पैर पर बाइक चढ़ने से चालू हुआ था। ममाले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना सुल्तानपुर के कोइरीपुर नगर पंचायत में हुई। यह विवाद शुक्रवार (10 जनवरी, 2024) को चालू हुआ। यहाँ एक मुस्लिम लड़के पर गलती से हिन्दू युवक की बाइक टकरा गई थी। इसके बाद दोनों पक्ष में गालीगलौज हुई लेकिन मामला तुरंत शांत हो गया। हिन्दू पक्ष का आरोप है कि मामला सुलझने के बावजूद शाम को मुस्लिम पक्ष के लोग बड़ी संख्या में उनके इलाके में आए और हमला किया। काफी देर तक यह लड़ाई झगड़ा चलता रहा और इस दौरान ईंट पत्थर भी चले। हिन्दुओं ने आरोप लगाया है कि हमलावरों ने औरतों और बच्चों को भी नहीं छोड़ा। ब...