तमिलनाडु रेलवे ट्रैक पर बिखरे कोच, यात्रियों की चीख-पुकार

एक्सीडेंट की असल वजह आई सामने, CM ने पीड़ितों से की मुलाकात

नई दिल्ली: मैसुरू-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस (Bhagmati Express) के कुल 13 डिब्बे शुक्रवार रात चेन्नई के पास कवरैप्पेटै में एक खड़ी मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गए। एक अधिकारी ने बताया कि पटरी से उतरने के बाद ट्रेन के तीन डिब्बों में आग लग गई। ट्रेन में यात्रा कर रहे कई यात्रियों को गंभीर चोटें आईं हैं। उन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

NDRF टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी:

मैसुरू-दरभंगा एक्सप्रेस बिहार के दरभंगा जंक्शन और कर्नाटक के मैसुरू जंक्शन (मैसूर) के बीच चलती है। बागमती एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12578) के 19 यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ट्रेन शुक्रवार रात कावराईपेट्टई में पटरी से उतर गई थी। चार यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। दक्षिण रेलवे ने पहले ही दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। बता दें कि मैसूर से बिहार के दरभंगा जा रही बागमती एक्सप्रेस शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। टक्कर के कारण बागमती एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और ट्रेन के पार्सल वैन में आग लग गई थी, जिसे बाद में अग्निशमन और रेस्क्यू टीम द्वारा बुझाया गया। नेशनल डिजास्टर रिस्पान्स फोर्स (NDRF) तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और बचाव अभियान चलाया।

कैसे हुआ एक्सीडेंट:

आईएएनएस के अनुसार सिग्नल फेल होने के कारण यह दुर्घटना हुई। ट्रेन संख्या 12578, मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस को मुख्य लाइन से गुजरने के लिए हरी झंडी दी गई थी। हालांकि, 75 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रही ट्रेन लूप लाइन में प्रवेश कर गई और वहां खड़ी एक मालगाड़ी के पिछले हिस्से से टकरा गई। एक्सप्रेस ट्रेन रात 8:27 बजे पोन्नेरी रेलवे स्टेशन को पार कर गई थी और उसे मुख्य लाइन के माध्यम से अगले स्टेशन, कावराईपेट्टई से गुजरने के लिए हरी झंडी दी गई थी। दक्षिण रेलवे के एक बयान में कहा गया, “कावराईपेट्टई स्टेशन में प्रवेश करते समय, ट्रेन चालक दल को जोरदार झटका लगा और इसके बाद मुख्य लाइन पर आगे बढ़ने के बजाय, ट्रेन 75 किमी/घंटा की गति से लूप लाइन में प्रवेश कर गई और मालगाड़ी से टकरा गई।”

रेल अधिकारियों ने की पुष्टि:

रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की कि चालक दल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और पार्सल वैन में लगी आग को बुझा दिया गया है। एक अधिकारी ने कहा, “अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन कुछ लोग घायल हुए हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है।” इस हादसे के बाद ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है और यात्रियों के परिवहन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। दक्षिण रेलवे में शुक्रवार रात की दुर्घटना ओडिशा के बालासोर में 2 जून, 2023 को हुई घटना से मिलती-जुलती है, जिसमें 290 यात्रियों की मौत हो गई थी और 900 से अधिक लोग घायल हुए थे।

मुझे यह जानकर झटका लगा’- CM:

सीएम स्टालिन ने एक्स को बताया, “मुझे यह जानकर झटका लगा कि तिरुवल्लूर जिले के कावरीपेट्टई में एक ट्रेन दुर्घटना हुई है। जैसे ही सूचना मिली, मैंने माननीय मंत्री @Avadi_Nasar और जिला कलेक्टर सहित अन्य सरकारी अधिकारियों को दुर्घटना स्थल पर जाने का आदेश दिया।” उन्होंने कहा, “सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से काम कर रही है। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया जा रहा है। अन्य यात्रियों के घर लौटने के लिए भोजन और यात्रा सुविधाओं की व्यवस्था करने के लिए एक अलग टीम काम कर रही है।” सीएम स्टालिन ने यह भी कहा कि दमकल विभाग पटरी से उतरे ट्रेन के डिब्बों को हटाने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा, “मैं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहा हूं।”


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