साल का सबसे छोटा दिन आज और सबसे बड़ी रात

21 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध में शीतकालीन संक्रांति के रूप में जाना जाता है, जो साल का सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होती है। इस दिन सूर्योदय सबसे देर से होता है और सूर्यास्त सबसे जल्दी होता है, जिससे दिन की अवधि सबसे कम होती है और रात की अवधि सबसे अधिक होती है।

उत्तरी गोलार्ध में शीतकालीन संक्रांति का बहुत महत्व है। यह दिन साल के सबसे ठंडे महीनों की शुरुआत का प्रतीक है, लेकिन यह भी एक नई शुरुआत का प्रतीक है। कई संस्कृतियों में इस दिन को एक नए चक्र की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है, जिसमें प्रकृति की शक्ति और जीवन की नवीनता का जश्न मनाया जाता है।

21 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध में शीतकालीन संक्रांति और दक्षिणी गोलार्ध में ग्रीष्मकालीन संक्रांति के रूप में जाना जाता है। यह दिन साल के सबसे छोटे दिन और सबसे बड़ी रात के रूप में जाना जाता है, लेकिन यह भी एक नई शुरुआत का प्रतीक है। कई संस्कृतियों में इस दिन को एक नए चक्र की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है, जिसमें प्रकृति की शक्ति और जीवन की नवीनता का जश्न मनाया जाता है।

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